हर घर में रोज सुबह दो फरिश्ते क्यों आते हैं: Why do two angels come to every house every morning

 हर घर में रोज सुबह दो फरिश्ते क्यों आते हैं: Why do two angels come to every house every morning


अस्सलाम वालेकुम दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि हर घर में रोज सुबह दो फरिश्ते क्यों आते हैं बहुत सारे लोग नहीं जानते इस चीज के बारे में की हर घर में रोज फरिश्ते क्यों आते हैं अगर आप भी यह जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं यहां पर हम आपको बताएंगे अस्सलाम वालेकुम दोस्तों आज की इस लेख में हम बात करने वाले हैं 


हजरत अली ने फरमाया रोज सुबह दो फरिश्ते घर पर क्यों आते हैं और वह जाकर क्या करते हैं साथ ही साथ दोस्तों हम आपको बताने वाले हैं एक ऐसा वाक्य जिस वाक्य में दुल्हन का इंतकाल हो गया यानी अपनी शादी वाले दिन ही दुल्हन जो ससुराल में जानी थी वह कब्र में पहुंच गई इसके साथ-साथ दोस्तों हम आपको बताएंगे उन 15 घरों के बारे में जिन घरों में गरीबी ही गरीबी आती है 



हर घर में रोज सुबह फरिश्ते क्यों आते हैं 


तंदुस्ती ही तंग दस्ती आती है यह 15 कम एक फरिश्ता घर-घर जाकर दुआ करता है और दूसरा फरिश्तों से होता है एक फरिश्ता घर-घर जाकर दुआ करता है और दूसरा फरिश्ता घर-घर जाकर इंतजार करता है तो वह शख्स कहने लगा या अली किस बात के लिए फरिश्ता दुआ करता है और किस लिए इंतजार तो मैं अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम से सुना की सुबह से पहले दो फरिश्ते जमीन पर आते हैं और घर-घर जाते हैं जिस घर में कोई ऐसा बंदा होता है 


जो अल्लाह की मखालू पर खर्च करता है अपने अजीज और गरीब पर खर्च करता है अपने घर वालों की जरूरत को अपना फर्ज समझता है इसका अल्लाह के दरबार में दुआ करता है कि अल्लाह इसके हाथ को कभी तंग मत करना उसके नियमों को बढ़ाते रहना ताकि यह ऐसे ही अपने अजीज और गरीब और घरवालों पर खर्च कर सके और दूसरा फरिश्ता ढूंढता है कि कहीं कोई घर ऐसा तो नहीं जिस घर में कोई ऐसा शख्स हो कि वह अपने घर वालों पर अजीज करीब पर माल खर्च नहीं करता हो


वह दो फरिश्ते क्या करते हैं आकर 


वह छुपा कर रखता हो यानी अल्लाह की बातों पर खर्च नहीं करता हो याद रखना जब वह किसी ऐसे इंसान को देखा है प्रकार रखता है तो वह दूसरा फरिश्ता अल्लाह के दरबार में फरियाद करता है कि ए अल्लाह इस बंदे से इस दौलत का सख्त हिसाब लेना और इस बंदे को दुनिया भी दौलत से महरूम कर दे क्योंकि यह अपनी दौलत तेरे बंदों पर खर्च नहीं करता अपने घर वालों और अजीज करीब पर अपने माल को खर्च नहीं करता मेहरून रखता है


और यू अजीबो गरीब पर खर्च करने वाला दुनिया में फरियादी और आखिरत में अंजाम अजर पता है और जो दुनिया में अपना माल अपने आदर्श नहीं करता तो वह दुनिया में रुसवाई और आखिरत में सख्त अजब देखा है पर दोस्तों अब हम आपको वह वाकया सुनाते हैं जिस वाक्य में दुल्हन का इंतकाल हो गया यानी अपनी शादी वाले दिन ही दुल्हन खबर में पहुंच गई दोस्तों यह वाक्य सऊदी अरब का है 




उन फरिश्तों का क्या काम होता है

एक लड़की की शादी थी उसकी तैयारी आज चल रही थी दुल्हन को सजाया जा रहा था इतनी देर में मस्जिद में जान हुई और उसके बाद नमाज के पद से ही लड़की के मेकअप की तैयारी चलने लगी उसकी एक और दुल्हन का सारा मेकअप किया गया इतनी देर में ईशा की जान हो गई जैसे ही उसे लड़की के कानों में जान की आवाज आई तो उसने सोचा की नमाज पढ़ लड़की की मां ने कहा कि कहीं तुम पागल तो नहीं हो गई हो नीचे सारे मेहमान बैठे हैं 


तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं तुम वजू करोगी तुम्हारा मेकअप खराब हो जाएगा तुम होगी सब लोग तुम्हारे बारे में क्या सोचेंगे उसे दुल्हन ने कहा कि हम क्या कहेंगे मुझे नहीं पता मुझे अपने रब को राजी करना है इतना कह कर लड़की वजू के लिए चली गई उसने वजू किया और नमाज के लिए जाने लगी वजू करने से उसका सारा मेकअप उतर चुका था|


लेकिन लड़की को इस बात की कोई भी फिक्र नहीं थी उसे तो डर था अपने रब का लड़की नमाज पढ़ने के लिए खड़ी हो गई और नमाज अदा करने लगी जैसे ही उसने आखिरी सजदा किया तो वह उठ ना सकी और सजदे में ही उसे लड़की का इंतकाल हो गया|


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दोस्तों मैं पिछले 4 साल से ब्लॉगिंग कर रहा हूं मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है इसलिए मैं आप तक सही जानकारी देने की कोशिश करता हूं

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