कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने का सही तरीका क्या है
आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने का सही तरीका क्या है काफी सारे मुसलमान भाइयों को नहीं पता कि कब्रिस्तान में फातिहा कैसे पढ़ी जाती है और कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने का सही तरीका क्या है और इसमें क्या-क्या पढ़ा जाता है तो चलिए हम आपको बताते हैं कि कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने का सही तरीका क्या है हर मुसलमान बहन भाई को सीखना चाहिए फातिहा देने का सही तरीका अगर आप भी फातिहा देने का सही तरीका सीखना चाहते हैं |
तो चलिए हम आपको बताते हैं फातिहा देने का सही तरीका क्या है और कब्रिस्तान में मफरत की दुआ कैसे करते हैं दोस्तों फातिहा देने का एक ही तरीका है फातिहा खुशी के मौके पर भी दी जाती है और गम के मौके पर भी दी जाती है खुशी के मौके पर करने की नीयत से की जाती है अल्लाह ताला हमें सब्र दे खुशियां दे और हमारे जो बड़े इस दुनिया से गुजर चुके हैं उन्हें राहत दे |आमीन
कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने का सही तरीका क्या है ?
कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने का सही तरीका क्या है चलिए जानते हैं कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने का तरीका इस दुनिया में जो भी इंसान पैदा हुए हैं
और जो भी इंसान इस दुनिया से रुखसत हो चुके हैं वह अपनी मगफिरत चाहते हैं ऐसे में आपको अपने खानदान से लेकर जो भी दुनिया से जा चुके हैं उनकी मगफिरत के लिए कब्रिस्तान में जाकर उनके मगफिरत के लिए दुआ करनी चाहिए |
जिसे जो उन्होंने दुनिया में जो भी अमल किए हैं या उनसे जाने अनजाने में जो भी गुनाह हो गए हो अल्लाह ताला से उनकी मगफिरत के लिए दुआ करें|
कब्रिस्तान में फातिहा देते समय क्या पढ़ा जाता है |
सबसे पहले आपको कब्रिस्तान में जाने के लिए आपको पाक साफ होकर जाना चाहिए वजू करने के बाद कब्रिस्तान में दाखिल होना चाहिए|
अब आप कब्रिस्तान में दाखिल होने के बाद सबसे पहले सलाम करें अस्सलामु वालेकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुह
सलाम करने के बाद अब आपके खानदान में या परिवार में जो भी मरहूम है उनकी कब्र की तरफ रुक कर कर खड़े होना है उसके बाद दरूद शरीफ 11 मर्तबा पढ़ना है|
फिर उसके बाद अलिफ लाम मीम फिर उसके बाद आपको सूरतुल काफिरून एक मर्तबा पढ़ना चाहिए फिर उसके बाद सूरह इखलास, सूरह फलक, सूरह यासीन अगर आपको याद हो तो पढ़े और फिर बाद में सूरह फातिहा एक मर्तबा पढ़ना चाहिए |
फिर आपको आयतल कुर्सी सूरह बकरा का आखिरी 2 आयत याद हो तो पढ़ ले इसे पढ़ना अफजल माना जाता है फिर आखिर में 11 मर्तबा दुरूद शरीफ पढ़ें|
फिर उसके बाद अल्लाह पाक की रहमत के लिए अल्लाह की बारगाह में दुआ ए मकबरा के लिए दुआ करें कब्रिस्तान में फातिहा पढ़कर दुआ मांगे |
कब्रिस्तान में मगफिरत की दुआ कैसे करते हैं ?
कब्रिस्तान में मगफिरत की दुआ करने से पहले फातिहा पढ़ने हैं इसके बाद अल्लाह पाक की रहमत के लिए अल्लाह की बारगाह में मगफिरत की दुआ करते हैं|
ए अल्लाह तू रहीम है, तू करीम है तू पाक बेनियाज है तू गफुरु रहीम है तेरे सिवा ‘या मेरे अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं ‘या अल्लाह तू सारें जहाँ का मालिक है – इसके बाद तीन मर्तबा दरूदे इब्राहिम पढ़े फिर अब उसके बाद नीचे जैसे बताया गया है ठीक वैसे मगफिरत की दुआ मांगे|
या अल्लाह हमारे खानदान में जितने भी लोग गुजरे हैं दादा-दादी और भी लोग जो भी गुजरे हैं उन सब की मगफिरत अता फरमा इसके बाद तीन बार दुरूद शरीफ पढ़ ले इस तरह मगफिरत की दुआ पूरी हुई|
अगर हमसे भूल चूक से इस लेख में कोई गलती हुई हो तो अल्लाह ताला हमें माफ करें और आप सभी को इस चीज पर अमल करने की तौफीक अता फरमाए आमीन सुम आमीन हमारी इस पोस्ट को आगे ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों को व्हाट्सएप पर शेयर करें आपका बहुत-बहुत शुक्रिया