दुआ ए कुनूत कब पढ़ी जाती है और इसे पढ़ने की क्या फजीलत है Dua e qunoot kab padhi jaati hai or ise padhne ki kya fazilat hai

दुआ ए कुनूत कब पढ़ी जाती है और इसे पढ़ने की क्या फजीलत है

अस्सलाम वालेकुम प्यारे दोस्तों क्या आप जानते हैं की दुआ ए कुनूत क्यों पड़ी जाती है और इसे पढ़ने के क्या फायदे हैं और इसकी फजीलत क्या है तो अगर आप यह नहीं जानते हैं तो आप इस पैगाम के अंदर दुआए क़ुनूत क्या है और उसे पढ़ने की फ़ज़ीलत इसके बारे में आपको पता चलेगा अगर आप भी इस दुआ को हिंदी में या फिर अरबी में आप इस दुआ को सीखना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं |


यहां पर हम आपको तर्जुमा के साथ इस दुआ को बताएंगे और यह भी बताएंगे कि इसे कब पढ़ना चाहिए और यह क्यों पड़ी जाती है तो यह दुआ भीतर नमाज के बाद पढ़ी जाती है और यह हर मुसलमान भाई-बहन को याद होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि इसके बिना भीतर अधूरे माने जाते हैं तो आईए जानते हैं दुआ ए कुनूत पढ़ने की फ़ज़ीलत|



दुआ ए कुनूत क्या है 


दुआ ए कुनूत एक ऐसी दुआ है जैसे इस्लाम में बाकी और दुआ है लेकिन इस दुआ का बहुत ज्यादा फजीलत और फायदा है आपको कोई भी दुआ को अरबी में पढ़ना चाहिए जब आपको अरबी नहीं आती है तो आप हिंदी में या फिर इंग्लिश में पढ़ सकते हैं लेकिन आपको इस पैगाम के अंदर हम हिंदी में अरबी में दोनों में हम आपको बताएंगे |


दुआ ए कुनूत हिंदी में 



दुआ ए कुनूत कब पढ़ी जाती है 


इस दुआ को आप कभी भी पढ़ सकते हैं लेकिन इस दुआ को ईशा की भीतर नमाज के बाद पढ़ा जाता है भीतर की तीसरी रकात में अल्हम्दुलिल्लाह पढ़ने के बाद पढ़ा जाता है लेकिन अगर यह दुआ आपको याद नहीं है तो आप सिर्फ यह भी पढ़ सकते हैं तो आपको दुआ ए कुनूत याद होना बहुत जरूरी है लेकिन अगर आपको याद नहीं है तो आप उसकी जगह यह पढ़ सकते हैं |



दुआ ए कुनूत पढ़ने के फायदे


दुआ ए कुनूत को ईशा के टाइम भीतर की नमाज के साथ पढ़ने से घर में बरकत आती है और यह दुआ पढ़ कर उनके घर में बरकत हुई है इसलिए अगर आप भी घर में बरकत लाना चाहते हैं तो पढ़ा करें इस दुआ को जरूर और बीमारियां भी दूर होती है कई बीमारियां ऐसी होती है जो पीछे छोड़ने का नाम नहीं लेती है ऐसी बीमारियां होने पर आपको इस दुआ को जरूर पढ़ना चाहिए |


ईशा की नमाज के बाद वितर में जो व्यक्ति इस दुआ को पड़ता है अल्लाह ताला पढ़ने वाले को बुरी चीजों से और बुरे लोगों से भी दूर रखता है यह दुआ पढ़ने से आपके काम में भी बरकत आती है इसलिए अगर आप भी अपने काम में तरक्की करना चाहते हैं तो आप इस दुआ को जरूर पढ़ा करें इंशाअल्लाह अल्लाह ताला आपका काम जरूर बनाएगा| 


दुआ ए कुनूत अरबी में



अगर हमसे इस पैगाम के अंदर लिखने में या फिर आपके सुनने में कोई गलती हुई हो तो अल्लाह ताला हमें माफ करें और आपको इस चीज पर अमल करने की तौफीक अता फरमाए आमीन उम्मीद है कि आपको हमारी यह इस्लामी जानकारी काफी पसंद आई होगी अगर पसंद आई हो तो अपने दोस्तों को भी आगे ज्यादा से ज्यादा व्हाट्सएप पर शेयर करें जज़ाक अल्लाह खैर

 

दोस्तों मैं पिछले 4 साल से ब्लॉगिंग कर रहा हूं मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है इसलिए मैं आप तक सही जानकारी देने की कोशिश करता हूं

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